
पालमपुर में यूट्यूबर ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार
3 जून, 2025 को कांगड़ा जिले के पालमपुर में राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने ‘ए स्टार न्यूज़’ यूट्यूब चैनल के मालिक अमीर चंद डोगरा को ₹2 लाख की उगाही करते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। डोगरा ने भुवनेश चंद सूद को जमीन खरीद से संबंधित वीडियो क्लिप के जरिए छवि खराब करने की धमकी दी थी। धरमशाला में धारा 308(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया। आश्चर्यजनक रूप से, चैनल के केवल तीन वीडियो और 22 सब्सक्राइबर्स हैं, जो सोशल मीडिया के दुरुपयोग को दर्शाता है। यह गिरफ्तारी हिमाचल में येलो जर्नलिज्म की समस्या को उजागर करती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहले बaddi और शिमला में ऐसी गतिविधियों की चेतावनी दी थी। सतर्कता ब्यूरो की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश देती है। जाँच में और खुलासे की उम्मीद है।
कुल्लू में भूस्खलन से एनएच-3 अवरुद्ध, यातायात प्रभावित
कुल्लू जिले में 2 जून, 2025 को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने राष्ट्रीय राजमार्ग-3 (NH-3) को अवरुद्ध कर दिया, जिससे मनाली और आसपास के क्षेत्रों में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। इस घटना ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को परेशानी में डाल दिया, क्योंकि वैकल्पिक मार्ग भी मलबे से भरे थे। स्थानीय प्रशासन ने सड़क को खोलने के लिए भारी मशीनरी तैनात की, लेकिन बारिश ने कार्य में बाधा डाली। हिमाचल में भूस्खलन की घटनाएँ मानसून से पहले ही बढ़ रही हैं, जो जलवायु परिवर्तन और खराब सड़क रखरखाव का संकेत है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई और सड़क सुरक्षा उपायों की माँग की है। पर्यटक सीजन को देखते हुए यह घटना चिंताजनक है। सरकार ने आपदा प्रबंधन इकाइयों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। यह घटना बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर करती है।
नूरपुर में अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी रैकेट का भंडाफोड़
नूरपुर जिला पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए अमृतसर के दो निवासियों को गिरफ्तार किया। ये तस्कर नशीली दवाओं की खेप के साथ हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने विशेष नाका लगाकर दोनों को पकड़ा। यह ऑपरेशन नूरपुर पुलिस की सक्रियता और नशे के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है। गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ मादक द्रव्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने ड्रग तस्करी के नेटवर्क की जाँच शुरू की, ताकि अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा सके। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस कार्रवाई का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन नशे की रोकथाम के लिए दीर्घकालिक उपायों की माँग कर रहे हैं। यह कदम हिमाचल में नशा विरोधी अभियान को मजबूती देगा।
हिमाचल सरकार का पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नया अभियान
हिमाचल प्रदेश सरकार ने 3 जून, 2025 को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया अभियान शुरू किया, जिसका उद्देश्य स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करना है। इस अभियान में इको-टूरिज्म, साहसिक पर्यटन, और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। शिमला, मनाली, और धर्मशाला जैसे प्रमुख स्थलों के लिए विशेष पैकेज और डिजिटल प्रचार शुरू किए गए हैं। सरकार ने स्थानीय समुदायों को पर्यटन से जोड़ने के लिए होमस्टे और ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की योजना बनाई है। यह कदम कोविड के बाद पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जनन देने का प्रयास है। विपक्ष ने इसकी लागत और प्रभावशीलता पर सवाल उठाए, लेकिन पर्यटन व्यवसायियों ने इसका स्वागत किया। स्थानीय लोगों ने बुनियादी ढांचे और कचरा प्रबंधन पर ध्यान देने की माँग की। यह अभियान हिमाचल की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
चंबा में तंबाकू विरोधी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
चंबा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने 2 जून, 2025 को डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हरदासपुरा में तंबाकू विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. करण हितेशी की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य और छात्र शामिल हुए। इसका उद्देश्य युवाओं को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में तंबाकू से होने वाली बीमारियों और सामाजिक नुकसानों पर चर्चा की गई। चंबा जैसे क्षेत्रों में, जहाँ युवा आबादी अधिक है, ऐसे कार्यक्रम स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं। स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत किया, लेकिन स्कूलों और समुदायों में नियमित जागरूकता अभियानों की माँग की। यह कदम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनस्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।
हिमाचल में मानसून के लिए आपदा प्रबंधन ड्रिल आयोजित
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (HPSDMA) ने आगामी मानसून के लिए तैयारियों को मजबूत करने के लिए 2 जून, 2025 को राज्यव्यापी संचार मॉक ड्रिल आयोजित की। इस ड्रिल का फोकस 9वें राज्य स्तरीय मेगा मॉक अभ्यास पर था, जिसमें आपदा प्रबंधन की तैयारियों का परीक्षण किया गया। हिमाचल में मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ आम हैं, इसलिए यह ड्रिल समयबद्ध और महत्वपूर्ण थी। ड्रिल में विभिन्न विभागों ने समन्वय के साथ काम किया, ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ ने इसमें सक्रिय भागीदारी की। इस पहल का उद्देश्य आपदा प्रबंधन की क्षमता को बढ़ाना और जनहानि को कम करना है। लोगों ने इस प्रयास की सराहना की, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में और संसाधनों की माँग की।
शिमला में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी
हिमाचल प्रदेश के स्थानीय मौसम विभाग ने 4 जून, 2025 को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और लाहौल-स्पीति के मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश या बर्फबारी की येलो चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी पश्चिमी विक्षोभ के कारण है, जो हिमाचल के मौसम को प्रभावित कर रहा है। भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है, खासकर पर्यटक स्थलों पर। प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। शिमला और मनाली जैसे क्षेत्रों में पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए, यह चेतावनी महत्वपूर्ण है। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। लोगों ने मौसम विभाग की समय पर चेतावनी की सराहना की, लेकिन सड़क सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की मरम्मत की माँग भी की है।
कांगड़ा में अर्नी विश्वविद्यालय ने उद्योगों के साथ समझौते किए
कांगड़ा के अर्नी विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करने के लिए टेक्नोलेज एजुरिसर्च प्राइवेट लिमिटेड और सिएल स्किल्स एंड करियर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) साइन किए। इन समझौतों का उद्देश्य छात्रों की पेशेवर दक्षताओं को विकसित करना और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है। यह कदम हिमाचल में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे युवाओं के लिए अवसर बढ़ाने वाला कदम बताया। स्थानीय शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों ने इस पहल का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रमों की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर जोर दिया। यह सहयोग हिमाचल के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा, खासकर कांगड़ा जैसे औद्योगिक क्षेत्र में।