मुख्य बिंदु
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विज ने सड़क सुरक्षा के लिए डिजिटल क्रांति का आह्वान किया।
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हरियाणा में भ्रष्टाचार रोकने और सुविधाएं बढ़ाने का लक्ष्य।
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4ई मॉडल से हादसों में कमी लाने की योजना।
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ई-ट्रांसपोर्ट और ड्राइविंग सेंटरों पर जोर दिया गया।
चंडीगढ़: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ में दो दिवसीय परिवहन कार्यशाला में तकनीक के बल पर सड़क सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने का संकल्प जताया। उन्होंने डिजिटलीकरण को देशभर में लागू करने की बात कही। भ्रष्टाचार पर लगाम और दुर्घटनाओं में कमी के लिए नई पहल शुरू की गई। 12 राज्यों के प्रतिनिधियों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया।
अनिल विज ने कहा कि डिजिटल पहल से देशभर में योजनाएं बदल रही हैं। बिना तकनीक के दुनिया में पीछे रह जाएंगे। हरियाणा में परिवहन को डिजिटल रूप से उन्नत किया जा रहा है। भ्रष्टाचार पर काबू पाने का प्रयास जारी है। इससे लोगों को आसान सुविधाएं मिलेंगी। विज ने 4ई मॉडल पर जोर दिया। शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और आपातकाल से हादसों को रोका जाएगा। पिछले 20 सालों में वाहनों की संख्या बढ़ी। इससे दुर्घटनाएं भी बढ़ीं। 2023-25 में देश में 10 लाख हादसे हुए। हरियाणा में 23,000 से ज्यादा घटनाएं दर्ज हुईं। यह कदम जनता की सुरक्षा को मजबूत करेगा।
विज ने चंडीगढ़ में कार्यशाला का उद्घाटन किया। इसमें केंद्रीय मंत्रालय और एनआईसी शामिल हुए। हरियाणा, हिमाचल, पंजाब समेत 12 राज्यों के लोग आए। इस मंच पर सड़क सुरक्षा पर विचार हुए। तकनीक से प्रणाली को बेहतर करने के तरीके सुझाए गए। नितिन गडकरी का स्वागत करने की तैयारी थी। पर वे नहीं पहुंचे। वी. उमाशंकर वर्चुअल जुड़े। उनकी आईटी पहल की तारीफ हुई। यह राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी होगी।
तकनीक से पारदर्शिता और भविष्य का विजन
विज ने भारत-पाक और ईरान-इजराइल युद्ध का हवाला दिया। ब्रह्मोस मिसाइल ने सटीक वार किया। इजराइल ने वैज्ञानिकों को निशाना बनाया। इसी तरह परिवहन में तकनीक जरूरी है। गाड़ियों का रास्ता और स्पीड ट्रैक होगी। पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने पीएम मोदी के 2047 के विकसित भारत विजन का जिक्र किया। तकनीक से यह लक्ष्य हासिल होगा। ई-परिवहन प्रणाली को मजबूत करने की बात कही। कार्यशाला से बेहतर सुझाव आएंगे। भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। दीया जलाकर शुभारंभ हुआ। यह उजाले का प्रतीक है। आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रयास जारी रहेगा।
विज ने हादसों पर चिंता जताई। तकनीक से जान बचाई जा सकती है। पिछले दो दशकों में यातायात बढ़ा। इससे दुख और नुकसान हुआ। सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। ई-ट्रांसपोर्ट मिशन से नई सुविधाएं आईं। आधार सेवाएं और वाहन स्क्रैपिंग शुरू हुई। स्वचालित स्टेशन काम कर रहे हैं। हर जिले में ड्राइविंग सेंटर बनेंगे। रोहतक और करनाल में ये चल रहे हैं। भिवानी जल्द शुरू होगा। नूंह में नई इकाई आएगी। संजया पोर्टल हॉटस्पॉट चिह्नित करेगा। ई-रिपोर्ट डेटा विश्लेषण करेगी। कैशलेस योजना पीड़ितों को 1.5 लाख देगी। यह कदम परिवारों को राहत देगा।
विज ने डाटा के महत्व को रेखांकित किया। हर गाड़ी को ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। केंद्रीय मंत्रालय ने सॉफ्टवेयर बनाए हैं। इन्हें लागू करना जरूरी है। इससे परिवहन आसान होगा। कार्यशाला से सुझाव लेंगे। देशभर को लाभ होगा। उमाशंकर की कल्याणकारी तकनीक की सराहना की। यह कदम भविष्य को आकार देगा।
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