
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) ने 17 मई 2025 को 10वीं कक्षा के परिणाम घोषित किए, जो bseh.org.in पर उपलब्ध हैं। इस वर्ष 2.9 लाख छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी, जिसमें उत्तीर्ण प्रतिशत 95.4% रहा। लेकिन समाज के लिए सबसे प्रेरक कहानी है लड़कियों का अभूतपूर्व प्रदर्शन, जिन्होंने न केवल शीर्ष स्थान हासिल किए, बल्कि सामाजिक रूढ़ियों को तोड़कर नया इतिहास रचा। इस बार लड़कियों ने 96.8% उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ लड़कों (94.1%) को पीछे छोड़ा, और 12 छात्राओं ने सभी विषयों में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किए, जो हरियाणा बोर्ड में अभूतपूर्व है।
समाज में लैंगिक भेदभाव और रूढ़िगत सोच को चुनौती देते हुए, इन लड़कियों ने साबित किया कि मेहनत और प्रतिभा किसी सीमा की मोहताज नहीं। पंचकूला की प्रिया शर्मा, जींद की काव्या यादव, और फरीदाबाद की अनन्या मिश्रा जैसी ग्रामीण छात्राओं ने गणित, विज्ञान और अंग्रेजी में पूर्ण अंक हासिल किए। गुरुग्राम की रिया चौधरी और हिसार की साक्षी मलिक ने शहरी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। फतेहाबाद की राधिका, एक किसान परिवार की बेटी, ने आर्थिक तंगी के बावजूद ऑनलाइन संसाधनों और शिक्षकों के मार्गदर्शन से शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किए। शीर्ष 10 में 7 स्थान लड़कियों के नाम रहे, जो सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है।
ग्रामीण क्षेत्रों में 96.5% और शहरी क्षेत्रों में 97.2% उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ लड़कियों ने हरियाणा के हर कोने में अपनी छाप छोड़ी। राजकीय स्कूलों की छात्राओं ने 94.9% पास प्रतिशत के साथ सरकारी शिक्षा की ताकत दिखाई, जबकि निजी स्कूलों में यह 98.1% रहा। जींद और पंचकूला जैसे जिलों में लड़कियाँ अव्वल रहीं, जबकि नूंह में भी सुधार देखा गया। ये उपलब्धियाँ समाज में लड़कियों की शिक्षा को लेकर बदलती मानसिकता को दर्शाती हैं, जहाँ अब परिवार अपनी बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
ये छात्राएँ केवल अंकसूची में टॉपर नहीं बनीं, बल्कि उन्होंने उन बाधाओं को तोड़ा जो समाज ने उनके सामने खड़ी की थीं। आर्थिक तंगी, सामाजिक दबाव, और लैंगिक भेदभाव के बावजूद, इन लड़कियों ने शिक्षा को अपना हथियार बनाया। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार ने इसे लैंगिक समानता की दिशा में मील का पत्थर बताया। हरियाणा का समाज, जो कभी बेटियों को सीमाओं में बाँधता था, अब उनकी उड़ान का साक्षी बन रहा है। ये लड़कियाँ नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं, जो साबित करती हैं कि सपनों के सामने कोई बाधा टिक नहीं सकती।