क्या भाजपा नेता मोहन लाल बडोली और गायक रॉकी मित्तल हनी ट्रैप का शिकार हैं

In हरियाणा
May 16, 2025
mohan lal badoli and rocky mittal

हरियाणा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के कसौली में दर्ज गैंगरेप के मामले ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीव्र विवाद पैदा कर दिया है। यह मामला 13 दिसंबर 2024 को सामने आया, जब दिल्ली की एक महिला ने बड़ौली और हरियाणवी गायक रॉकी मित्तल पर गंभीर आरोप लगाए। महिला का दावा है कि 7 जुलाई 2023 को कसौली के एक होटल में दोनों ने उसे सरकारी नौकरी और गाने में भूमिका देने का झांसा देकर जबरन शराब पिलाई, उसके साथ गैंगरेप किया, और अश्लील तस्वीरें व वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376डी (गैंगरेप) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया।

मोहन लाल बड़ौली, जो सोनीपत के राई से विधायक हैं और जुलाई 2024 में बीजेपी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त हुए थे, ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। उनके समर्थकों, जिसमें बीजेपी नेता अमित बिंदल शामिल हैं, ने भी दावा किया कि यह मामला झूठा है और कोई आपत्तिजनक घटना नहीं हुई। दूसरी ओर, पीड़िता की सहेली ने आरोपों को झूठा बताया, जिससे मामले में नया मोड़ आया।

इस मामले ने हरियाणा की राजनीति को गरमा दिया है। कांग्रेस ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला, जिसमें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने बड़ौली को तत्काल पद से हटाने की मांग की। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह ऐसे नेताओं का समर्थन करती है, जिससे अपराधियों का हौसला बढ़ता है। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने इसे “नौकरी के बदले दुष्कर्म” का मामला बताते हुए बीजेपी की नैतिकता पर सवाल उठाए।

हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि बीजेपी हाईकमान इस पर उचित कदम उठाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि जांच पूरी होने तक बड़ौली को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि, बीजेपी के कुछ नेताओं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बड़ौली का समर्थन किया, जिससे पार्टी के भीतर मतभेद उजागर हुए।

फरवरी 2025 में एक नया घटनाक्रम सामने आया, जब हिमाचल पुलिस ने गैंगरेप केस को खारिज कर दिया और पीड़िता सहित छह लोगों के खिलाफ जबरन वसूली और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया। रॉकी मित्तल ने दावा किया कि यह “हनी ट्रैप” था, जिसमें उनसे और बड़ौली से 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। इसके बावजूद, पीड़िता ने मार्च 2025 में पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोबारा जांच की मांग की, लेकिन पुलिस ने उसे नोटिस देकर रोकने की कोशिश की।

यह विवाद बीजेपी की छवि और हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाता है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की “महिला विरोधी” नीतियों का उदाहरण बताया, जबकि बीजेपी इसे साजिश करार दे रही है। जांच के नतीजे इस मामले की सच्चाई को स्पष्ट करेंगे, लेकिन तब तक यह विवाद हरियाणा की सियासत को प्रभावित करता रहेगा।