विश्वास फाउंडेशन ने प्रथम विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल मौली जागरां और गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में छात्रों के लिए ध्यान सत्र का आयोजन किया।
कार्यक्रम के दौरान, विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास जी ने ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को मनाया जाने वाला विश्व ध्यान दिवस, हमारे जीवन में ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति की याद दिलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उन्होंने समझाया कि ध्यान एक प्राचीन अभ्यास है, जो व्यक्ति को अपने ध्यान को वर्तमान क्षण पर केंद्रित करने में मदद करता है। इससे हमारी चेतना को लाभ मिलता है और भीतर सामंजस्यता बढ़ती है। ध्यान से चिंताएं और समस्याएं छोटी लगने लगती हैं, और यह गहरे विश्राम का अनुभव कराता है।
ध्यान मन को शांत करने और विचारों पर नियंत्रण रखने का अभ्यास है। यह पढ़ाई में एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने का रहस्य भी है। साध्वी नीलिमा जी ने बच्चों को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में ध्यान को शामिल करें और मानसिक शांति, समृद्धि, और आत्म-विकास की दिशा में कदम बढ़ाएं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन सुबह और शाम 15 मिनट ध्यान करना चाहिए।
कार्यक्रम में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के ट्रेनिंग सुपरवाइजर सुशील कुमार टांक ने बच्चों को सीपीआर और फायर सेफ्टी से संबंधित उपयोगी जानकारी दी। कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती ज्योति और स्कूल की प्रिंसिपल ने विश्वास फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।