हरियाणा में टोल टैक्स वृद्धि पर कांग्रेस का हमला, ‘लूट की छूट’ करार

In हरियाणा
March 30, 2025
हरियाणा में टोल टैक्स

हरियाणा में टोल टैक्स वृद्धि पर कांग्रेस का हमला, ‘लूट की छूट’ करार

  • चंडीगढ़: कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 1 अप्रैल 2025 से हरियाणा में लागू होने वाली टोल टैक्स वृद्धि को “लूट की छूट” करार दिया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता की जेब काटने का आरोप लगाया है।
  • टोल वृद्धि का बोझ: सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के लोग टोल वृद्धि का सबसे ज्यादा बोझ झेलते हैं, क्योंकि राज्य के हर हिस्से में राष्ट्रीय राजमार्ग हैं। उन्होंने टोल वृद्धि को “भाजपाई विश्वासघात” बताया।
  • टोल वसूली में वृद्धि: सुरजेवाला ने संसद में पेश आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2014-15 में देश में सालाना टोल कलेक्शन 17,759 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 में बढ़कर लगभग 85,000 करोड़ रुपये हो गया है। हरियाणा में 44 टोल प्लाजा से सालाना 1500 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली होती है।
  • “पीढ़ी दर पीढ़ी टोल”: सुरजेवाला ने भाजपा सरकार के उस फैसले की भी आलोचना की, जिसमें कहा गया है कि सड़क रहने तक जनता को टोल चुकाना पड़ेगा। उन्होंने इसे “जनता की जेब काटने का नया भाजपाई तरीका” बताया।
  • विभिन्न टोल प्लाजा पर वृद्धि: सुरजेवाला ने हरियाणा के विभिन्न टोल प्लाजा पर 5 रुपये से लेकर 25 रुपये तक की वृद्धि की जानकारी दी, जिनमें घरौंडा, झज्जर, नारनौल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, महेंद्रगढ़ और हिसार के टोल प्लाजा शामिल हैं।
  • सुविधाओं की कमी: सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि टोल वसूला जा रहा है, लेकिन राजमार्गों पर अनिवार्य सुविधाओं जैसे ट्रॉमा सेंटर, शौचालय और सुरक्षा का अभाव है।
  • सुरजेवाला की मांग: सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से टोल वृद्धि को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जनता इस “भाजपाई विश्वासघात” को माफ नहीं करेगी।

मुख्य बातें:

  • कांग्रेस ने हरियाणा में टोल टैक्स वृद्धि को “लूट की छूट” बताया।
  • टोल वसूली में भारी वृद्धि का आरोप।
  • “पीढ़ी दर पीढ़ी टोल” के फैसले की आलोचना।
  • विभिन्न टोल प्लाजा पर वृद्धि की जानकारी।
  • राजमार्गों पर सुविधाओं की कमी का मुद्दा उठाया।
  • टोल वृद्धि वापस लेने की मांग।’

सांसद और कांग्रेस महासचिव, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 1 अप्रैल, 2025 से होने वाली टोल वृद्धि पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इसे जनता की जेब काटकर “लूट की छूट” करार दिया। सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए सुरजेवाला ने कहा कि रोज बढ़ती महंगाई से त्रस्त जनता पर 1 अप्रैल से पड़ने वाली टोल बढ़ोत्तरी की मार “भाजपाई विश्वासघात” का जीता-जागता सबूत है। वोट लेते हुए सब्जबाग दिखाओ, और बाद में टोल, पेट्रोल, डीज़ल, और खाने की चीज़ों पर “जजिया कर” लगाओ।

रणदीप ने कहा कि साल में दो बार होने वाली टोल बढ़ोत्तरी की सबसे बड़ी कीमत हरियाणा की भोली-भाली जनता को अदा करनी पड़ती है क्योंकि हरियाणा का हर हिस्सा व जिला किसी न किसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा है, तथा एक शहर से दूसरे शहर तक जाने के लिए हर वाहन को टोल प्लाज़ा से गुजरना ही पड़ता है।

देश में 85,000 करोड़ सालाना की टैक्स वसूली – कांग्रेस शासन के मुकाबले टोल टैक्स में 500% बढ़ोत्तरी

सुरजेवाला ने संसद में 28 नवंबर, 2024 को पेश की गई टोल सूची का हवाला देते हुए कहा कि जहाँ पूरे देश में 1063 टोल हैं, वहाँ अकेले हरियाणा में 44 टोल प्लाज़ा हैं। खुद भारत सरकार ने माना है कि जब देश में कांग्रेस की सरकार 2014-15 में गई, तो साल 2015-16 तक भी जनता से देश में सालाना टोल कलेक्शन मात्र ₹17,759 करोड़ था। चौकानेवाले आँकड़ों का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने बताया कि साल 2023-24 में, देश में सालाना टोल कलेक्शन बढ़कर ₹64,809 करोड़ हो गया, और साल 2024-25 में सालाना टोल कलेक्शन लगभग ₹85,000 करोड़ सालाना तक पहुँच गया। भाजपा की “जबरन टोल वसूली” का इससे बड़ा सबूत क्या है कि 10 साल के भाजपाई शासन में सालाना टोल कलेक्शन में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह इसलिए है कि भाजपा लोगों की जेब काटकर साल में दो बार टोल की दरें बढ़ा रही है।

पूरी ज़िंदगी और पीढ़ी दर पीढ़ी सृष्टि के अंत तक टोल देना पड़ेगा!

भाजपा सरकार ने नया तुगलकी फरमान जारी करते हुए 6 फरवरी, 2025 को संसद में बताया कि अब चाहे टोल की अवधि खत्म भी हो जाए, पर पूरी ज़िदंगी, साल दर साल और जब तक सड़क रहेगी तब तक देश की जनता को टोल चुकाना पड़ेगा। यानी पहले जनता स्वयं टोल देगी, फिर उनके बच्चे टोल देंगे, फिर उनके वारिसान टोल देंगे, और सृष्टि के अंत तक यह प्रक्रिया चलती रहेगी। जनता की जेब काटकर पैसा वसूलने का यह नया भाजपाई तरीका है।

हरियाणा में 44 टोल प्लाज़ा से ₹1500 करोड़ की सालाना वसूली

हरियाणा के साधारण लोगों पर तो टोल का बोझ और अधिक है। हरियाणा के 44 टोल प्लाज़ा पर 1 अप्रैल, 2025 से ₹5 से लेकर ₹25 तक की बढ़ोत्तरी लागू हो जाएगी। अकेले घरौंडा, करनाल के टोल से भाजपा सरकार सालाना ₹400 करोड़ से अधिक वसूलती है। पूरे हरियाणा प्रदेश से यह टोल वसूली ₹1500 करोड़ सालाना से अधिक है। 1 अप्रैल से होने वाली टोल बढ़ोत्तरी के बाद हरियाणा वासियों पर ₹1500 करोड़ के साथ-साथ लगभग ₹200 करोड़ सालाना का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

टोल प्लाज़ा पर वसूला जा रहा टोल टैक्स कहाँ जा रहा है?

सुरजेवाला ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि हरियाणा व देश के लोगों की जेब काटकर वसूला गया हजारों करोड़ का टोल कहाँ जा रहा है? सुरजेवाला ने राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी का हवाला देते हुए कहा कि टोल तो वसूला जा रहा है, पर प्रस्तावित छः ट्रॉमा सेंटरों में से आज तक एक भी चालू नहीं किया गया।

रणदीप ने केएमपी एक्सप्रेसवे का हवाला देते हुए कहा कि इसकी हालत जर्जर है, जगह-जगह गड्ढ़े हैं, और रात के समय तो केएमपी एक्सप्रेसवे पर न रोशनी है और न सुरक्षा का कोई प्रबंध। प्रदेश में कहीं भी हाईवे पर अनिवार्य शौचालयों, ट्रॉमा सेंटरों, सुरक्षा, रोशनी व अन्य सुविधाओं का कोई प्रबंध नहीं है।

सरकार जवाब दे, हिसाब दे, टोल वृद्धि वापस ले

रणदीप ने मांग की कि मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को टोल के नाम पर हो रही, नाज़ायज़ जबरन वसूली का जवाब हरियाणा प्रदेश की जनता को देना चाहिए। अगर मुख्यमंत्री, श्रीमान नायब सैनी के मन में हरियाणा के लोगों को लेकर जरा सी भी संवेदनशीलता है, तो फौरन उन्हें 1 अप्रैल, 2025 से होने वाली टोल बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग रखनी चाहिए। वरना जनता इस भाजपाई विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी।

हरियाणा में कुल 57 टोल प्लाजा हैं, जिनसे राज्य ने ₹2,501.51 करोड़ का उपयोगकर्ता शुल्क एकत्र किया है।  हरियाणा में कुल 57 टोल प्लाजा मौजूद हैं। भारत सरकार के एक दस्तावेज के अनुसार, इन टोल प्लाजा से ₹2,501.51 करोड़ की वसूली की गई। टोल कर का उद्देश्य सड़कों, पुलों और राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव की लागत को पूरा करना है। इसके अलावा, अब सभी राष्ट्रीय राजमार्गों और चुनिंदा राज्य राजमार्गों के टोल प्लाजा पर FASTag स्वीकार किया जाता है, जिससे टोल भुगतान अधिक सुविधाजनक और डिजिटल हो गया है।