

दवा का काम करते हैं ये 10 हेल्दी फल
नई दिल्ली: हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि कुछ विशेष फल एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन C, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं और इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है। ये फल न केवल दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं, बल्कि डायबिटीज़ को नियंत्रित करने और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में भी सहायक होते हैं।
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, बेरीज़ (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, ब्लैकबेरी) का सेवन हृदय रोगों को कम करने में मदद करता है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं। इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 25-40 के बीच होता है, जो डायबिटीज़ रोगियों के लिए सुरक्षित माना जाता है।
अमरूद, जो विटामिन C का समृद्ध स्रोत है, खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और डायबिटीज़ रोगियों के लिए बेहद लाभकारी होता है।
सेब और कीवी को भी दिल की सेहत के लिए बेहतरीन फल माना जाता है। कीवी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट धमनियों को मजबूत बनाते हैं और ब्लड क्लॉट बनने से रोकते हैं। वहीं, सेब की फाइबर सामग्री पाचन को सुधारती है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है।
अनार में उच्च मात्रा में पॉलीफेनॉल्स और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो धमनियों में प्लाक बनने से रोकते हैं और ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होते हैं।
एवोकाडो भी दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं। विशेषज्ञ इसे डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प मानते हैं, क्योंकि यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने और पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करता है।
नाशपाती, संतरा और चेरी जैसे फल भी दिल की सेहत और डायबिटीज़ प्रबंधन में सहायक होते हैं। ये फाइबर और विटामिन C से भरपूर होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने और रक्त प्रवाह को सुचारू बनाने में मदद करते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित आहार और सही फलों का चयन करके हृदय स्वास्थ्य को मजबूत किया जा सकता है और डायबिटीज़ को नियंत्रित रखा जा सकता है। डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ इन फलों को नियमित रूप से आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं, ताकि हृदय संबंधी समस्याओं और ब्लड शुगर असंतुलन से बचाव किया जा सके।