चंडीगढ़ की 10 ताज़ा और बड़ी ख़बरें : मई 31 ,2025

In चंडीगढ़
May 31, 2025
1. चंडीगढ़ में ‘ऑपरेशन शील्ड’ मॉक ड्रिल का आयोजन, 10 मिनट का ब्लैकआउट
चंडीगढ़ में 31 मई को ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की गई। यह ड्रिल आपातकालीन स्थिति में प्रशासन और जनता के बीच समन्वय को परखने के लिए थी। इस दौरान शाम 5 से 9 बजे तक कुछ इलाकों में 10 मिनट का ब्लैकआउट किया गया। यह अभ्यास पहले 29 मई को होना था, लेकिन गृह मंत्रालय के निर्देश पर इसे स्थगित कर दिया गया। ड्रिल का उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना था, खासकर भारत-पाक तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद। प्रशासन ने लोगों से घबराने की बजाय सहयोग करने की अपील की। इस अभ्यास से कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें सुधारने की योजना बनाई गई।
2. चंडीगढ़ में कोविड से मौत के बाद प्रशासन अलर्ट
28 मई को चंडीगढ़ में कोविड-19 से मौत की खबर ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया। मृतक एक 40 वर्षीय व्यक्ति था, जो लुधियाना से था और चार दिन पहले उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसे सेक्टर 32 के अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया। मरीज को सांस की तकलीफ थी और वह फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। इस घटना के बाद प्रशासन ने अस्पतालों में अलर्ट जारी किया और कोविड प्रोटोकॉल को सख्त करने के निर्देश दिए। लोगों में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि यह लंबे समय बाद कोविड से पहली मौत है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और मास्क पहनने की अपील की।

3. चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स रिबेट की समय सीमा समाप्त, अब 25% पेनल्टी
चंडीगढ़ नगर निगम ने 31 मई को प्रॉपर्टी टैक्स रिबेट की समय सीमा समाप्त होने की घोषणा की। नगर आयुक्त अमित कुमार ने पहले चेतावनी दी थी कि इस अवधि को बढ़ाया नहीं जाएगा। अब जो लोग 31 मई के बाद भुगतान करेंगे, उन्हें 25% पेनल्टी और 1 अप्रैल 2025 से 12% वार्षिक ब्याज देना होगा। इस कदम का उद्देश्य करदाताओं को समय पर भुगतान के लिए प्रोत्साहित करना और शहर के विकास के लिए धन जुटाना था। हालांकि, कुछ निवासियों ने समय सीमा को कम बताकर इसका विरोध किया। प्रशासन ने लोगों से शहर की प्रगति में योगदान देने की अपील की, लेकिन देरी से भुगतान करने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
4. चंडीगढ़ प्रशासन ने खत्म किया पंजाब-हरियाणा का डेपुटेशन कोटा
27 मई को चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक में चंडीगढ़ प्रशासन ने पंजाब और हरियाणा के डेपुटेशन कोटा को खत्म कर दिया। इस फैसले का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों में स्वायत्तता बढ़ाना और स्थानीय कर्मचारियों को प्राथमिकता देना है। इससे पहले, चंडीगढ़ प्रशासन में पंजाब और हरियाणा से डेपुटेशन पर आने वाले अधिकारियों की संख्या तय थी। इस फैसले से प्रशासनिक दक्षता में सुधार की उम्मीद है, लेकिन पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने इसका विरोध किया है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे स्थानीय स्तर पर प्रशासन मजबूत होगा, जबकि अन्य इसे क्षेत्रीय सहयोग के लिए नुकसानदायक मान रहे हैं।
5. चंडीगढ़ में गुरु अर्जन देव जी की शहीदी दिवस पर 30 मई को अवकाश
पंजाब और चंडीगढ़ प्रशासन ने गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर 30 मई 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान और सरकारी कार्यालय बंद रहे। यह अवकाश सिख समुदाय के पांचवें गुरु के प्रति श्रद्धा और उनके बलिदान को सम्मान देने के लिए घोषित किया गया। चंडीगढ़ में कई स्थानों पर धार्मिक आयोजन और शोभा यात्राएं निकाली गईं। प्रशासन ने शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई। इस अवकाश ने लोगों को गुरु अर्जन देव जी के जीवन और शिक्षाओं को याद करने का अवसर दिया, लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि इसकी जानकारी पहले दी जानी चाहिए थी।
6. चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उड़ानें सामान्य, 44 फ्लाइट्स ने भरी उड़ान
शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 16 मई को उड़ानें सामान्य होने की खबर आई। सैन्य सतर्कता के कारण पहले उड़ानें रद्द की गई थीं, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद 12 मई से सेवाएं बहाल हुईं। 44 उड़ानों ने विभिन्न गंतव्यों, जिसमें दुबई भी शामिल है, के लिए उड़ान भरी। हालांकि, दिल्ली से एक और हैदराबाद से दो उड़ानें रद्द रहीं। इस बहाली से यात्रियों को राहत मिली, लेकिन कुछ उड़ानों के रद्द होने से असुविधा भी हुई। हवाई अड्डा प्रशासन ने स्थिति को पूरी तरह सामान्य करने का आश्वासन दिया। यह कदम क्षेत्र में तनाव कम होने का संकेत देता है।
7. चंडीगढ़ में सिविल डिफेंस ड्रिल के बाद ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल
‘ऑपरेशन शील्ड’ मॉक ड्रिल के बाद चंडीगढ़ में ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल उठे। 31 मई को आयोजित इस ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट और सायरन के कारण कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए और कहा कि ट्रैफिक प्रबंधन में कमी थी। कुछ क्षेत्रों में लोगों को जागरूकता की कमी के कारण परेशानी हुई। प्रशासन ने माना कि कुछ खामियां रहीं, लेकिन भविष्य में सुधार का वादा किया। इस ड्रिल का मकसद आपात स्थिति में तैयारियों को परखना था, लेकिन ट्रैफिक की समस्या ने इसकी प्रभावशीलता पर सवाल खड़े किए।
8. चंडीगढ़ में कोविड के बाद स्कूलों में मास्क अनिवार्य, अभिभावकों में चिंता
कोविड से पहली मौत के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने स्कूलों में मास्क अनिवार्य कर दिया। 28 मई को हुई इस घटना ने अभिभावकों में चिंता बढ़ा दी। प्रशासन ने स्कूलों को सख्त प्रोटोकॉल लागू करने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कई स्कूलों ने सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय शुरू किए। अभिभावकों ने इस कदम का स्वागत किया, लेकिन कुछ ने स्कूलों की तैयारियों पर सवाल उठाए। कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और टीकाकरण कराने की अपील की। यह कदम बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी बताया गया।
9. चंडीगढ़ में प्रदूषण की समस्या बढ़ी, प्रशासन ने की आपात बैठक
चंडीगढ़ में 31 मई को प्रदूषण की बढ़ती समस्या को लेकर प्रशासन ने एक आपात बैठक बुलाई। हाल के दिनों में हवा की गुणवत्ता खराब हुई है, जिसके लिए वाहनों का धुआं और निर्माण कार्य जिम्मेदार हैं। प्रशासन ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया, जिसमें निर्माण स्थलों पर निगरानी बढ़ाना और वाहनों की जांच शामिल है। लोगों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील की गई। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। इस बैठक में स्थानीय संगठनों ने भी हिस्सा लिया और प्रदूषण कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का सुझाव दिया।
10. चंडीगढ़ में जल संकट: प्रशासन ने जल संरक्षण अभियान शुरू किया
चंडीगढ़ में पानी की कमी की समस्या को देखते हुए 31 मई को प्रशासन ने एक जल संरक्षण अभियान शुरू किया। गर्मी के कारण जलस्तर में कमी आई है, जिससे कई इलाकों में पानी की सप्लाई प्रभावित हुई है। अभियान के तहत लोगों को पानी की बर्बादी रोकने और रेनवॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किया जा रहा है। प्रशासन ने स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में कार्यशालाओं का आयोजन शुरू किया। इस कदम का स्वागत किया गया, लेकिन कुछ निवासियों ने पानी की सप्लाई में अनियमितता की शिकायत की। प्रशासन ने जल्द ही स्थिति सुधारने का आश्वासन दिया।