
हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच तनाव बढ़ गया है। पंजाब में हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) की बसों पर हमले और हिमाचल में सिख तीर्थयात्रियों के कथित उत्पीड़न की घटनाओं के बाद स्थिति गंभीर हो गई है।
एचआरटीसी ने अपनी 10 बस सेवाओं को निलंबित कर दिया है। बीते दिनों शरारती तत्वों ने बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की, जिससे दोनों राज्यों के बीच उच्च स्तरीय हस्तक्षेप की जरूरत पड़ी। इसी बीच, सिख संगठनों ने हिमाचल में कथित तौर पर हो रही ‘एंटी-सिख’ गतिविधियों की निंदा की है।
हिमाचल में झंडे और पोस्टर को लेकर विवाद बढ़ गया है। पंजाब के पर्यटकों के वाहनों पर सिख नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर वाले पोस्टर लगे होने के कारण झड़पें हुईं।
विधानसभा में उठा मुद्दा, मुख्यमंत्री ने दिया जवाब
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य विधानसभा में इस मुद्दे पर बयान दिया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की चिंता का जवाब देते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
“हमने तय किया है कि दोनों राज्यों के डीजीपी स्तर के अधिकारी इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और समाधान की दिशा में आगे बढ़ेंगे,” सुक्खू ने कहा।
उपमुख्यमंत्री का बयान, हमले के मामले में FIR दर्ज
हिमाचल के उपमुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि एचआरटीसी ने होशियारपुर जाने वाली 10 बस सेवाएं निलंबित कर दी हैं। साथ ही, खरड़ और सरहिंद में हुई तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर एफआईआर दर्ज की गई हैं।
उन्होंने बताया, “एक घटना में, खरड़ फ्लाईओवर पर एक कार ने एचआरटीसी बस को रोक लिया और अज्ञात शरारती तत्वों ने खिड़कियों को तोड़ दिया। सौभाग्य से कोई यात्री घायल नहीं हुआ। दूसरी घटना में, सरहिंद के पास एक एचआरटीसी बस पर पत्थर फेंके गए। दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है।”
एचआरटीसी बसों पर हमले की शुरुआत हिमाचल प्रदेश में पंजाब के युवकों और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प के बाद हुई। यह विवाद तब शुरू हुआ जब कुल्लू जिले के मणिकरण जा रहे पंजाब के पर्यटकों की मोटरसाइकिलों पर भिंडरावाले के झंडे और पोस्टर लगे होने को लेकर विवाद हुआ।