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27 मई, 2025 को पंजाब के अमृतसर में मजीठा रोड बाईपास पर एक रिहायशी कॉलोनी के खाली प्लॉट में हुए जोरदार विस्फोट ने शहर को दहशत में डाल दिया। इस धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके तार आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े होने की आशंका है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) सतिंदर सिंह ने बताया कि मृतक विस्फोटक सामग्री लेने आया था, तभी यह हादसा हुआ। यह घटना न केवल स्थानीय निवासियों के लिए चेतावनी है, बल्कि पंजाब में बढ़ती आतंकी गतिविधियों पर सवाल उठाती है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है, और संदिग्ध सामग्री की तलाशी जारी है। यह विस्फोट अमृतसर के इतिहास में बार-बार होने वाली ऐसी घटनाओं की कड़ी में नया अध्याय जोड़ता है, जो शहर की शांति को भंग करने की कोशिश करता है।
अमृतसर में पहले भी कई विस्फोटों ने लोगों को झकझोरा है। मार्च 15, 2025 को खंडवाला क्षेत्र में ठाकुरद्वारा मंदिर के बाहर एक व्यक्ति ने विस्फोटक फेंका, जिससे मंदिर की दीवार और खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका पर संदेह जताया। मई 2023 में स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट पर तीन दिनों में दो कम तीव्रता वाले विस्फोट हुए, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ और कुछ इमारतों की कांच की दीवारें टूट गईं। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन इन घटनाओं ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। इसके अलावा, मई 8, 2025 को अमृतसर और गुरदासपुर में रात के समय कई विस्फोट सुने गए, जिनमें जेठूवाल और मखन विंडी गांवों में मिसाइल जैसे मलबे मिले। इन घटनाओं ने ड्रोन या मिसाइल हमले की आशंका को बल दिया, जिससे स्थानीय लोग दहशत में रहे।
इस नवीनतम विस्फोट का एक अलग कोण यह है कि यह आतंकी संगठनों की नई रणनीति को दर्शाता है, जो स्थानीय स्तर पर स्लीपर सेल के माध्यम से विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं। मृतक, जो संभवतः बीकेआई का सदस्य था, हथियारों की खेप लेने आया था, लेकिन उसकी योजना उसी के जाल में फंस गई। यह घटना न केवल आतंकी संगठनों की साजिश को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को और सतर्क रहने की जरूरत है। अमृतसर, जो स्वर्ण मंदिर के लिए विश्व प्रसिद्ध है, बार-बार ऐसे हमलों का निशाना क्यों बन रहा है? यह सवाल शहरवासियों के मन में गूंज रहा है।
पंजाब पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच को गति दी है। डीआईजी सतिंदर सिंह ने कहा कि पुराने विस्फोटों की जांच से मिले सुराग इस मामले को सुलझाने में मदद करेंगे। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। यह घटना पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है, ताकि अमृतसर जैसे पवित्र शहर को आतंकी साजिशों से बचाया जा सके।