स्वास्थ्य जांच के लिए सोनिया गाँधी पहुंची शिमला के IGMC

  • विशेष: सभी नैदानिक परीक्षण सामान्य, पूर्व में सांस संबंधी समस्याएं
  • उद्देश्य: स्वास्थ्य अपडेट, हिमाचल में चिकित्सा सुविधाओं पर प्रकाश
  • सभी टेस्ट सामान्य पाए गए, और उन्हें विशेष वार्ड में रखने के बाद छुट्टी दे दी गई

शिमला: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGMC) शिमला में अपनी नियमित स्वास्थ्य जांच करवाई। IGMC के एक प्रवक्ता ने बताया कि 78 वर्षीय सोनिया गांधी के आवश्यक नैदानिक परीक्षण, जैसे ECG और MRI, चिकित्सकों की निगरानी में किए गए। सभी टेस्ट सामान्य पाए गए, और उन्हें विशेष वार्ड में रखने के बाद छुट्टी दे दी गई। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊना का दौरा रद्द कर शिमला लौटकर उनकी सेहत की जानकारी ली। यह जांच हिमाचल की चिकित्सा सुविधाओं की विश्वसनीयता को दर्शाती है।

सोनिया गांधी का स्वास्थ्य इतिहास कई वर्षों से चर्चा में रहा है। 2011 में, उन्हें सांस संबंधी समस्याओं और अज्ञात बीमारी के लिए अमेरिका में इलाज करवाना पड़ा था। 2016 में, वाराणसी में एक रोड शो के दौरान डिहाइड्रेशन और बुखार के कारण उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती किया गया। 2017 में, अस्थमा और सांस की तकलीफ के लिए उन्हें शिमला के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया।

जून 2022 में, कोविड-19 संक्रमण के बाद नाक से रक्तस्राव की शिकायत पर दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुईं। सितंबर 2022 में, सांस संबंधी समस्याओं के लिए फिर से उसी अस्पताल में इलाज हुआ। मार्च 2023 में, वायरल बुखार के कारण दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती होने की खबर आई। हाल के वर्षों में, उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच दिल्ली और शिमला के अस्पतालों में होती रही हैं।

IGMC शिमला में उनकी जांच से हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर भरोसा जाहिर होता है। प्रवक्ता ने बताया कि सोनिया गांधी नियमित रूप से अपनी सेहत की निगरानी करवाती हैं, विशेषकर सांस संबंधी समस्याओं के कारण। इस दौरे के दौरान, हिमाचल सरकार ने उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उनकी सेहत पर संतोष जताया और IGMC की चिकित्सा सेवाओं की सराहना की।